निश्चित रूप से आप ने इसको किसी ना किसी समय पर यह अनुभव किया ही होगा।
आपने कुछ अच्छे वर्कआउट का सेट अपने वर्कआउट में सामिल कर लिया और आप उस वर्कआउट का अभ्याश अच्छी तरीके से भी कर रहे है और आपको रिजल्ट भी मिलने लगा और आप थोडा रिलैक्स फील करने लगे, तभी क्या हुआ? की आपने एक दिन वर्कआउट का मिस कर दिया…..
लेकिन तब क्या होता है?
हम से दूर कम करना। हम एक दिन याद आती है।
फिर जैसा की पता ही होगा की एक दिन वर्कआउट ना करने से आप को २दिन पीछे जाना पड़ता है इसका मतलब अब आको उसका दोगुना वर्कआउट करना पड़ेगा तब जाकर आप उसकी भरपाई कर पाएंगे| यह चीज़ थोडा गुस्सा दिलाती है जब आपको फील होता है की दो दिन पहले मेरा प्रोग्रेस अच्छा चल रहा था और अब डबल मेहनत करनी पद रही है, है ना?
कभी कभी क्या होता है कि हम एक्सेलरेटर से अपना पैर हटा लेते है और वाहन हमारे नियंत्रण से बाहर हो जाती है।, लेकिन क्यों ? चोट? बीमारी? या कपिल शर्मा का शो? कारण कुछ भी हो सकता है लेकिन नुकसान आपका ही होता है| लेकिन बहुत बार, यह मानसिक कारणों की वजह से होता है जो हम अपने आप के ही खिलाफ इस्तेमाल कर रहे होते है।
यहाँ मैंने 2 पॉइंट्स को लिखा है जो मेरे हिसाब से काफी तक सही भी है, जो खुद से झूट बोलने के लिए मजबूर करती है:-
- मैं कल अच्छा किया था इसलिए आज मै थोडा रिलैक्स हूँ।
सच में ? क्या सच में तुम ऐसा सोचते हो, की कल तुम एक सुपरमैन थे और आज तुम्हारी पॉवर खत्म हो गयी है? इसी सब वजह के कारण इम्प्रूवमेंट का ग्राफ ऊपर जाने की बजाये निचे की और जाता है, इतनी छोटी सोच के साथ आप स्पोर्ट्स में हो? हमेसा कल को आज से बेहतर बनाने की सोच जो रखता है वही एक अच्छा खिलाडी बन पता है| यहाँ कुछ उदाहरण हैं(खुद से बहाना):-
- मैं कल काफी अच्छा तैरा इसलिए आज थोडा सुस्त हूँ|
- मैंने कल काफी ज्यादा खाना खा लिया इसलिए शरीर थोडा भरी है|
- यार, मेरी डाइव सही नहीं है वरना मैं अच्छा करता|
- मैं वास्तव में कल अच्छा करने पर योजना बना रहा हूँ इसलिए आज मैं बेमन से काम क्र रहा हूँ।
यह पिछले झूठ की सौतेली बहन है, ऐसा आप कह सकते है, बस भविष्य में, इसका अहसास होगा जब आपको लगेगा की आपने खुद से झूट बोला है|
हम प्रेजेंट टाइम में एक पूर्ण प्रयास नहीं देते क्युकी हमने खुस से वादा किया है कि भविष्य में हम बेहतर करेंगे। (क्या ये आपके हिसाब से सही है?, मेरे हिसाब से तो नहीं) और फिर अगले दिन आप फिर यही कहेंगे की मैं कल अच्छा करूंगा… कल.. कल.. कल….. आ चूका कल|
आप इनमें से किसी बहाने को पहचानते हैं?
नासमझ कारणों के साथ आप स्विमिंग पूल में क्या उसका अपमान कर रहे हैं?
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