ब्रेस्टस्ट्रोक शायद 4 प्रतिस्पर्धी स्ट्रोको में सबसे कठिन स्ट्रोक है। कई लोगों का का मानना होता है कि बटरफ्लाई स्विमिंग अधिक कठिन है, किसी भी स्ट्रोक को कठिन या आशान हम अपने अनुभवों से बताते है| क्युकी ब्रेस्टस्ट्रोक स्विमिंग इतनी लोकप्रिय है की हम इसे बेसिक स्विमिंग स्ट्रोक्स में से एक के रूप में मानते हैं। ब्रेस्टस्ट्रोक एक सफल आईएम रेस की कुंजी है। इसमें मास्टर होना एक चुनौतीपूर्ण है।
इसमें दोने हाथ से एकसाथ लम्बा पुल और एक छोटा रीलोड होता है, आमतौर पर एक आधा सर्किल(गोला) बनने तक पानी के नीचे पुल होता है और फिर एक छोटा रीलोड होता है वापस से पुल करने के लिए| ब्रेस्टस्ट्रोक में पैरो के मूवमेंट पर काफी चर्चा होती है की छोटी किक अच्छी होती है या लम्बी, मेरे तजुर्बे से दोनों ही किक का अगर सही तरह इस्तेमाल किया जाये तो दोनों ही किक आपको अच्छा परिणाम दे सकती है क्युकी अभी हर RIO ओलंपिक्स में जर्मनी के तैराक adam peaty की बात करे तो उसकी किक छोटी किक थी बल्कि कुछ का कहना था की वो छोटी किक भी पूरी तरीके से नहीं चला रहा था| ऐसा इसलिए क्युकी जब हम स्प्रिंट रेसो की बात करते है तो उसमे आमतौर पर बोहोत फ़ास्ट मूवमेंट होता है जबकि लम्बी रेसो में ग्लाइडिंग की मदद से स्पीड बनायीं जाती है|
Rebecca Soni के स्ट्रोक पर एक अध्ययन करने के बाद यह पाया गया था कि उसकी किक से पैदा हुआ बल 100 पौंड के पास था जबकि उसके पुल करने पर 20 पाउंड का बल उत्पन्न होता है। इससे यही पता चलता है की पुल से ज्यादा एक अच्छी किक आपको एक बेहतर ब्रेस्टस्ट्रोक तैराक बना सकती है और इसके साथ एक ताकतवर किक पानी में ड्रैग को भी कम करती है, इसके लिए काफी सरे वर्कआउट है जो की मै आने वाले अगले कुछ पोस्ट में शेयर करूंगा|
पुल्लिंग के लिए सिर्फ दो ही तकनीक है :-
- फ़ास्ट आर्म रिकवरी
- स्लो आर्म रिकवरी
फ़ास्ट आर्म रिकवरी
फ़ास्ट आर्म रिकवरी का इस्तेमाल करने वाले तैराक अपने हाथ को जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी पुल करने के बाद वापस पुल की स्तिथि में लाते है|
स्लो आर्म रिकवरी
स्लो आर्म रिकवरी में आमतौर पर बॉडी को रिलैक्स करने का थोडा समय मिल जाता है और स्लो आर्म रिकवरी में किक पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है|