स्विमिंग मनुष्यों के लिए प्राकृतिक नहीं होती है इसलिए इंसानों को स्विमिंग सीखना पड़ता है और उस तरीके को सीखना पड़ता है जिससे कम से कम ताकत में ज्यादा आचे से स्विमिंग हो| एक चीज़ तो मैं कह सकता हु की स्विमिंग को सिखने के लिए बोहोत प्रैक्टिस चैये होती है, बहुत समय देना पड़ता है और पूल का बार बार राउंड लगाने से ही स्विमिंग में परफेक्शन आती है | आर्टिकल स्विमिंग की गलती और उसको कैसे सही करे उसके बारे में है|
फ्रीस्टाइल स्विमिंग :-
गलती #1:- सर की सही पोजीशन
नए तैराकों के साथ यह गलती बोहोत ही साधारण है की वो अपने सर को सीधे न रख कर इधर उधर करते है और अपने शारीर को स्ट्रीमलाइन नहीं रख पते, स्विमिंग करते वक्त सांस लेने के समय तैराक अपने पुरे सर को ऊपर उठा देते है जो की बिलकुल गलत है, इससे सिर्फ पानी में एक रुकावट बनती है| इसको सही करने के लिए तैराकों को अपने सर को नैचुरली घुमा के साइड से सांस लेना चाहिए|
गलती #२:- छोटे स्विमिंग स्ट्रोक
यह गलती लगभग 80% तैराकों में देखा जाता है जब वह थक जाते है और छोटे स्ट्रोक को करने लगते है, फ्रीस्टाइल स्विमिंग करने का सबसे अच्छा तरीका यह है की तैराकों को अपने हाथो को अपने सर के सामने से करनी चाहिए और हाथ को आगे बढ़ा कर फिर पुल करना चाहिए, छोटे स्ट्रोक को करते वक्त भी हाथ सर क आगे से ही जाता है लेकिन फिनिशिंग क वक्त तैराकों को लॉन्ग स्ट्रोक वाले तैराकों से ज्यादा स्ट्रोक करना पड़ेगा| छोटे स्ट्रोक करने से तैराक हर पुल पर जायदा दुरी नहीं तैर पता इसलिए हमेसा लम्बे स्ट्रोक पर ही ध्यान देना चाहिए| तैराकों को DPS(DIstance per stroke) को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए, प्रोफेशनल तैराको का DPS ज्यादा होता है|
गलती #3 किक
किक में आमतौर पर दो तरह की गलती देखने को मिलती है, पहली कमजोर किक और दूसरी ओवर किक| अगर आपने कभी किक बोर्ड लेकर सिर्फ किक की मदत से स्विमिंग पूल का राउंड लगाना चाहा और आपकी किक कमजोर या धीमी है तो आप आप देखेंगे की मुस्किल से ही आप आगे बढ़ेंगे, एक अच्छी किक के लिए अंकल(ankle) में लचीलापन होना बोहोत जरुरी है, इसकी कमी होने से कभी कभी ये भी देखा गया है की फिन्स का यूज़ करते वक्त पैरो में अकड़न आने लगती है इसलिए ankle में लचीलापन होना बोहोत जरुरी है| कमजोर किक हो सही करने के लिए जरुरी है की तैराकों को रोज किक के कुछ वर्कआउट करने चाहिए|
किक निरंतर चली चाहिए और एक लय होनी चाहिए स्ट्रोक के साथ, खासकर सांस लेते वक्त तैराक किक धीमे या फिर रोक देते है तो उसपर भी तैराकों को ध्यान देना चाहिए| फिन्स का ज्यादा इस्तेमाल भी खराब होता है फिन्स को कोच से सलाह लेकर ही इस्तेमाल करना ठीक रहता है |
स्विमिंग करने की सही टेक्निक्स
अगर आप बिलकुल नए है स्विमिंग पूल में तो सबसे पहले स्विमिंग की बेसिक टेक्निक्स को समझना जरूरी हो जाता है एक बार बेसिक टेक्निक्स को समझने के बाद आपक स्विमिंग पूल में ज्यादा रिलैक्स महसूस करेंगे, ये आर्टिकल स्विमिंग के वो सरे बेसिक टेक्निक्स को जानने में आपको मदत करेगा |
- पानी क साथ बैलेंस बनाना
- फ्लोट (Float) कैसे करे
- किक करने का सही तरीका
- पानी में स्टैंडिंग
- ग्लाइडिंग का सही तरीका
पानी के साथ बैलेंस और फ्लोटिंग :-
इसको सिखने से पहले हमे पानी का डर अपने मन से निकल देना चाहिए और स्विमिंग पूल में कुछ दिन तक सिर्फ पानी में इधर उधर चलने से इस डर को निकला जा सकता है| बैलेंस बनाने क लिए आपको २–३ दिन लगातार किकबोर्ड पर अभ्याश करना पड़ेगा , सुरु में तो आपको दिक्कत होगी लेकिन धीरे धीरे आपका बैलेंस बन जायेगा तो किक बोर्ड का एक और फायदा है बैलेंस क साथ साथ ये आपको स्ट्रीमलाइन पोजीशन रहने में भी हेल्प करेगा |
कुछ सामान्य बाते :-
- किक बोर्ड पर ज्यादा प्रेशर से न पकड़े|
- किक करते वक्त पैरो को रिलैक्स रखे और पानी से 5-8cm निचे चलाये|
- किक बोर्ड को उसकी लम्बाई के आधे या आधे से थोडा ज्यादा वाले हिस्से से पकड़े|
किक :-
आपको सही किक करना आ गया तो आप स्विमिंग जल्दी सीख लेंगे, किक करने का मतलब ये बिलकुल नहीं होता है की आप पानी क सरफेस पर कितनी जोर से किक मरते है या फिर कितना पानी उछलता है, क्युकी अक्शर ये देखने को मिलता है की जो नए अभ्यर्थी होते है वो अपने पैर तो पानी से 8-10cm तक निकल कर पानी पर पटकते है जो की बिलकुल गलत है ऐसा करने पर सिर्फ आपका शारीर थकेगा और सायद ही आप आगे की ओर स्विमिंग कर पाए|
किक करने का सही तरीका :-
- जैसा की उपर मैंने पहले ही बताया है की किक पानी सरफेस से लगभग 5-8cm निचे चलाने का अभ्याश करना चाहिए|
- पैर क तलुए को टाइट करके बहार की और पॉइंट करना चाहिए ताकि पीछे की और प्रेशर बने और शारीर को आगे बढ़ने में मदद मिले|
- इसका अभ्यास 2min तक करे और इसको एक दिन में 3-5 बार तक करे|
पानी में ग्लाइडिंग(gliding)
ग्लाइडिंग से ही स्विमिंग करते वक्त शारीर आगे की ओर मूव होता है, ओर इसको सही से जानने के बाद स्विमिंग में धीरे धीरे स्पीड का इम्प्रूवमेंट कराया जाता है | ग्लाइडिंग में इम्प्रूवमेंट लाने के लिए आपको पहले उपर दिए गये सरे पॉइंट्स पर अच्छी पकड़ बनानी पड़ेगी उसके बाद ही आपको ग्लाइडिंग को सही तरीके से यूज़ करने में आसनी होगी |
कुछ जरुरी पॉइंट्स :-
- स्विमिंग करते वक्त शारीर को जितना हो सके उतना सीधा रखने से ग्लाइडिंग अची तरह से होती है |
- स्विमिंग करते वक्त आपकी नजर पूल की काली पट्टी पर होनी चाहिए ना की आगे की ओर|
फ्रीस्टाइल स्विमिंग
फ्रीस्टाइल स्विमिंग, स्विमिंग की चारो तरीके की स्विमिंग स्टाइलो में सबसे तेज़ मणि जाती है और सबसे पहले कोई भी स्विमर यही स्ट्रोक सीखता है| फ्रीस्टाइल स्विमिंग को एक और नाम से भी जाना जाता है “फ्रंट क्रॉल“. फ्रीस्टाइल में दोनों आर्म्स (भुजाओ) का बारी बारी से इस्तेमाल होता है| इसमें स्विमर सांस लेने क लिए सामने ना देख कर बगल से सांस लेता है जो की स्पीड बनाये रखने क लिए भी जरूरी है|
अगर आपको फ्रीस्टाइल स्विमिंग सीखना है तो यह आर्टिकल पूरा पढ़े!
आर्म को कैसे चलाये?
फ्रीस्टाइल तैरने से पहले यह जरूरी है की आपके हाथ रिलैक्स हो और हाथ की साडी उंगलिया एक साथ हो| अपने आर्म्स को सर से लगभग 15 इन्च उपर से आगे की और पानी में डाले| और साथ ही साथ ये जरुर ध्यान रखे की हथेली 45 अंश का कोड़ पानी के सरफेस से बनाये | पानी में हाथ डालते ही आर्म्स को आगे की और ले जाये|
- एक बार अपने सही तरीके से पानी में अपना हाथ इंटर करा लिया तो उसके बाद अपनी हथेली को निचे की और प्रेस करिये और हथेली की उंगलियों को थोडा रिलैक्स छोड़िये| इसके “catch” कहते है |
- अगर आपको अपने हाथ की तकनीक पर और कम करना है उसे और अच्छा करना है तो आप hand paddles का इस्तेमाल कर सकते है |
- पानी पर हाथ पटके नहीं बल्कि ग्लाइडिंग तकनीक को सीखे |
- पुल जितनी ताकत से किया जायेगा बॉडी उतनी ही अची ग्लाइड होगी |
- पुल्लिंग के बाद हाथ को कमर क बगल से बहार की और निकाले|
किककिंग और रोटेटिंग
किककिंग फ्रीस्टाइल में सबसे जरूरी होती है| किक से ज्यादा फायदा लेने के लिए आपको अपनी कमर को पानी की सतह के बिलकुल पास में रखना होगा| और किक को लगातार करते रहना होगा | सबसे जरूरी बात की किक करते वक्त आपके पैर जितना हो सकते पानी के निचे ही उप–डाउन मोशन करते रहे |
- किक कभी अपने घुटने मोड़ कर नहीं बल्कि थिग्स(जन्घो) की सही मूवमेंट से की जाती है|
- घुटने मोड़ के किक करने से आप अपने लिए एक रुकावट पैदा करेंगे जिसे “रेसिस्टेंस” कहते है|
- आप घुटनों को बोहोत कम मोड़ सकते है लेकिन ज्यादा मोड़ने से स्पीड पर फर्क पड़ेगा |
2 बीट और 6 बीट वाली किक
लम्बी दुरी वाले तैराकों को 2 beat वाली किक करनी चाहिये क्युकी इसमें कम ताकत जाया होती है और शारीर को रिकवर करने का मौका मिल जाता है | जबकि 6 बीट किक फ़ास्ट तैरक करते है क्युकी साफ़ जाहीर है की ये 3 गुना ज्यादा फ़ास्ट है| 3 बीट वाली किक रिकवरी के लिए इस्तेमाल होती है|
किक करते वक्त इस बात का ध्यान रखना जरूरी है की आपके पंजे पॉइंटेड हो वरना इससे भी पानी में रोकावत बनती है| इसको अच्छे से सिखने के लिए आप “medium filpper” का इस्तेमाल कर सकते है|
स्विमिंग में छोटी से छोटी चीज़ अगर अपने ध्यान नहीं दी तो वही गलती आपको 1 से 8वे नंबर पर ला सकती है|
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Vikas
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Apki ye advise bahut achhi lagi thanks
Note:- maine jayda der tak pani me apni breatinnk (sans) nhi rok pata mujhe is ke liye kya krna hogs